श्राव्य आणि दृक

शतजन्म शोधिताना

हम ही हमारे वाली है

हिंदू राष्ट्र दर्शन

मराठी

धगधगले अग्निकुंड

अनादि मी अनंत मी

स्वातंत्र्यवीरा तुझी आरती

जयोऽस्तुते

हिंदी

ले चल मुझको

अनादि मैं अनंत मैं

ले चल मुझको - शंकर महादेवन